जानें UPSC एग्जाम से जुड़े मत्वपूर्ण सवालों का जवाब। कैसे आप भी बन सकते हैं IAS अफसर ?
New Delhi : यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन एग्जाम (UPSC Exam) पास करने के बाद आईपीएस, आईईएस आईएएस या आईएफएस अधिकारी पोस्ट चयन होता है, लेकिन इन सभी अधिकारियों का काम अलग अलग होता है और उनकी भूमिकाएं भी अलग होती हैं. क्या आप जानते हैं कि कैसे आप एक आईएएस अफसर बन सकते हैं और एक आईएएस की ताकत क्या होती है. तो आपको बताते हैं कि एक आईएएस(IAS Officer) अफसर बनने के लिए क्या करना पड़ा है.

Times Now की रिपोर्ट के अनुसार, यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल होने के लिए Students की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष है. सामान्य वर्ग (General Category) के आवेदक अधिकतम 32 वर्ष की उम्र और 6 बार इस परीक्षा में हिस्सा ले सकता हैं SC -एसटी के लिए उम्र सीमा 21 साल से 37 साल है, जबकि इन कैटेगरी के स्टूडेंट्स को एग्जाम अटेम्प्ट करने में कोई लिमिट नहीं है. ओबीसी के लिए उम्र सीमा 21 से 35 साल है और इन कैटेगरी के स्टूडेंट्स 9 बार एग्जाम दे सकते हैं. बाकि फिजिकली डिसएबल कैंडिडेट्स के लिए उम्र सीमा 21 से 42 साल है. इस कैटेगरी में जनरल और ओबीसी कैंडिडेट्स 9 बार एग्जाम दे सकते हैं, जबकि एसटी-एससी के लिए कोई लिमिट नहीं होती हैं.

IAS बनने के लिए यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित (CSE) सिविल सर्विस परीक्षा देना पड़ा है और इसके लिए किसी भी आवेदक का ग्रेजुएट होना अनिवार्य है. किसी भी सब्जेक्ट या स्ट्रीम से ग्रेजुएट स्टूडेंट इस एग्जाम के लिए अप्लाई हमेशा सकता है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा को भारत की सबसे कठिन से कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है और इसकी तैयारी करने में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ता हैं
सब्जेक्ट सेलेक्शन बेहद अनिवार्य
सिविल सर्विस परीक्षा (Civil Services Exam) के लिए कुल 25 विषयों में से अपना एक विषय चुनना होता है. सब्जेक्ट सेलेक्ट करते समय ध्यान दें कि विषय वही चुनें, जिसमें आपको पढ़ाई करने में आसान हो दसवीं तुरंत बाद उस सब्जेक्ट को ही चुनें, जिसमें आपकी रूचि हो और जिसे आप सिविल सर्विस एग्जाम के दौरान तेजी से चुन सकें. पसंद का विषय होने से आपको तैयारी में भी करने में आसानी होगी.

जाने कैसे करें यूपीएससी एग्जाम की तैयारी
यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) की तैयारी के लिए Time मैनेजमेंट बेहद जरूरी है. इसके लिए अपना एक रूटीन बनाकर चिपका दे और उसी के हिसाब से तैयारी करें. करेंट अफेयर्स को लेकर हमेशा जागरुक रहें और इसके लिए रोज अखबार व मैगजीन ख़रीदे और पढ़े . हर सब्जेक्ट के लिए अलग नोट्स बनाएं और रेगुलर जब time मिले रिवीजन करते रहें. इसके साथ ही पढ़ाई के लिए कोचिंग संस्थान की भी मदद ले सकते हैं, हालांकि यह जरूरी नहीं है. एग्जाम की तैयारी के लिए ऑनलाइन मॉक टेस्ट दे सकते हैं, जिससे आपकी प्रैक्टिस होगी.
IAS बनने के लिए पार करने पड़ते हैं 3 स्टेज
यूपीएससी एग्जाम पास करने के लिए स्टूडेंट्स को 3 स्टेज क्वालीफाई करने पड़ते हैं. इसमें सबसे पहले कैंडिडेट्स को प्रीलिमिनरी एग्जाम (UPSC Preliminary Exam) पास करना अनिवार्य हैं . प्रीलिम्स एग्जाम पास करने के बाद स्टूडेंट्स को मेंस एग्जाम (UPSC Mains Exam) देना. होता है और इसे पास करने के बाद कैंडिडेट्स को इंटरव्यू (UPSC Interview) के लिए बुलाया जाता है.
प्रीलिम्स एग्जाम देने होते हैं 2 पेपर
यूपीएससी के प्रीलिम्स एग्जाम में दो-दो घंटे पर 2 पेपर होते हैं. दूसरा पेपर सीसैट क्वालीफाइंग होता है और इसमें पास होने के लिए 33% नंबर लाना जरूरी है. वहीं पहले पेपर के नंबर के आधार पर कट ऑफ तैयार किया जाता है कटऑफ के अनुसार उम्मीदवार मेंस एग्जाम के लिए चयनित होना होते हैं.

प्रीलिम्स के बाद देना होता हैं मेंस एग्जाम
मेंस एग्जाम में दो पेपर लैंग्वेज के होते हैं, जो की क्वालीफाइंग होते हैं और इनमें 33 फीसदी नंबर लाना बेहद जरूरी है. दोनों पेपर तीन-तीन घंटे के होते हैं. एक पेपर निबंध का होता है और 3 घंटे में अपनी पसंद की अलग-अलग के टॉपिक पर दो निबंध लिखने होते हैं. इसके आलावे जनरल स्टडीज के चार पेपर होते हैं, जिनके लिए तीन-तीन घंटे का समय मिलता है. आखिर में ऑप्शनल पेपर होता है, जिसमें 2 एग्जाम होते हैं और इसका विषय उम्मीदवार द्वारा चुना जाता है. मेंस एग्जाम मेरिट लिस्ट में क्वालीफाइंग को छोड़कर सभी पेपर्स ने नंबर शामिल किए जाते हैं..
मेंस पास करने के बाद इंटरव्यू होता
मेंस रिजल्ट आने के बाद उम्मीदवार को डिटेल एप्लीकेशन फॉर्म (DAF) भरना होता है, जिसके आधार पर मत्त्वपूर्ण पर्सनैलिटी टेस्ट होता है. फॉर्म में भरी गई जानकारियों के आधार पर ही एक इंटरव्यू के दौरान सवाल पूछे जाते हैं. इंटरव्यू में मिले नंबर को जोड़ कर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है और इसी आधार पर ऑल इंडिया रैंकिंग तय की जाती है.।
रैंकिंग के आधार पर मिलती है आईएएस पोस्ट

अलग-अलग कैटेगरी जैसे (GEN, SC, ST, OBC, EWS) की रैंकिंग तैयार की जाती है और रैंकिंग के आधार पर आईएएस, आईपीएस या आईएफएस रैंक भी दी जाती है. टॉप वाली की रैंक वालों को आईएएस मिलता है, लेकिन कई बार टॉप रैंक पाने वालों का प्रेफरेंस IPS या IRS भी होता है तो नीचले रैंक वालों को भी IAS की पोस्ट मिल सकती है. इसके बाद रैंक वालों को आईपीएस और आईएफएस पोस्ट मिलती है.
विभिन्न मंत्रालयों में से काम करते हैं आईएएस अधिकारी
UPSC क्लियर करने वाले उम्मीदवारों को आईएएस यानी भारतीय प्रशासनिक सेवा के माध्यम से देश के नौकरशाही ढांचे में काम करने का मौका उन्हें मिलता है. हालांकि इससे पहले चयनित उम्मीदवारों को बेहद ट्रेनिंग दी जाती है. IAS अधिकारी विभिन्न मंत्रालयों और प्रशासन के विभागों में नियुक्त किए जाते हैं. कैबिनेट सचिव IAS अधिकारी के लिए सबसे वरिष्ठ पद होता है.