बिहार राजनीति: राज्यसभा के टिकट पर पहली बार बोले आरसीपी सिंह, नीतीश कुमार पर भी खुलकर बोले
बिहार की राजनीति जदयू कोटे से केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने राज्यसभा चुनाव के लिए टिकट दिलाने के मुद्दे पर बड़ा दावा किया है। उन्होंने पहली बार इस मुद्दे पर खुलकर बात की है। दिल्ली में उन्होंने इस मुद्दे पर पत्रकारों से बात की।

बिहार राजनीति: जनता दल यूनाइटेड द्वारा केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह को फिर से राज्यसभा (राज्यसभा चुनाव 2022) के लिए भेजे जाने पर सस्पेंस थमने का नाम नहीं ले रहा है। वजह यह है कि जदयू का कोई नेता इस मुद्दे पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा लगातार देरी कर रहे हैं। खुद आरसीपी इस मुद्दे पर बात तक नहीं कर रही थी। इससे तमाम अफवाहें उड़ने लगीं तो अब आरसीपी को मुंह खोलना पड़ा है।

आरसीपी सिंह ने कहा है कि वह 31 मई से पहले राज्यसभा के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे। दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनका रिश्ता अटूट है। उन्होंने बताया कि दोनों कई दशकों से एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। आरसीपी ने कहा कि चूंकि नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्री थे, इसलिए उन्हें उनके साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि वह जदयू का हिस्सा हैं और इसी पार्टी से राज्यसभा जाएंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और उन्हें फैसला लेना है।

आरसीपी सिंह मंगलवार दोपहर दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। इससे तमाम तरह की अटकलों को बल मिला। अब आरसीपी ने बताया कि वह कैबिनेट की बैठक में शामिल होने दिल्ली आए थे। उन्होंने कहा कि अमूमन वे कैबिनेट बैठक के बाद पटना लौटते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि आरसीपी सिंह आज शाम तक पटना आ सकते है। आरसीपी सिंह ने एक दिन पहले ही कहा था कि उनका रिश्ता औरों से बेहतर है। आपको बता दें कि बिहार में इस तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं कि आरसीपी सिंह के रिश्ते जदयू के मौजूदा अध्यक्ष ललन सिंह से बेहतर नहीं हैं। ललन सिंह से पहले आरसीपी जदयू के अध्यक्ष थे। आरसीपी ने कहा कि इस तरह की चर्चाओं और खबरों का कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि रिश्ते में दूरियों की बात निराधार है।