Presidential Election : मौजूदा BJP में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव,यह विचारधारा का मुकाबला,प्रजातंत्र पंगु हो गया है
यशवंत सिन्हा ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को ‘प्रतीकात्मक राजनीति’ का हिस्सा करार दिया और कहा कि वह पिछड़े समुदायों के कल्याण के मामले में मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। उन्होंने कहा, “मैं जिस भाजपा का हिस्सा था, उसमें आंतरिक लोकतंत्र था। वर्तमान भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है।”

यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को फोन किया था, पहले की तरह इस बार भी उनकी तरफ से कोई फोन नहीं आया. मैंने राजनाथ सिंह को फोन किया था, उनका फोन आया लेकिन उस वक्त मैं उपलब्ध नहीं हो सका। मैंने बाद में फोन किया लेकिन उससे बात नहीं हो सकी। भाजपा में जितने पुराने कामरेड हैं, मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश करूंगा.’
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— IndiaToday (@IndiaToday) June 28, 2022
उन्होंने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण के मामले में नरेंद्र मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड पर सवाल उठाया। यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘यह पहचान की लड़ाई नहीं है। यह विचारधारा के खिलाफ लड़ाई है। यदि एक व्यक्ति एक समुदाय से ऊपर उठ जाता है, तो पूरा समुदाय नहीं उठता है। पिछले पांच साल के राष्ट्रपति भी एक ही समुदाय से आते हैं, क्या उनके समुदाय की सभी समस्याओं का समाधान हो गया है ?’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है।