TATA की कारें अब Gujarat साणंद में Ford के प्लांट में बनेंगी, जानिए कितने करोड़ के MOU पर हुए हस्ताक्षर
साणंद स्थित फोर्ड इंडिया के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। टाटा मोटर्स ने फोर्ड इंडिया के साणंद स्थित विनिर्माण संयंत्र को 725.7 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। विवरण के अनुसार, टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा कि टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (टीपीईएमएल) और फोर्ड इंडिया प्रा. लिमिटेड (FIPL) ने गुजरात के साणंद में स्थित संयंत्र को खरीदने के लिए एक इकाई हस्तांतरण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। जिसके तहत पात्र कर्मचारियों का तबादला भी किया जाएगा।

टाटा मोटर्स लिमिटेड की सहायक कंपनी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड और फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने आज यूनिट ट्रांसफर समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। साणंद स्थित फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए किए गए समझौते में वाहन निर्माण संयंत्र के साथ-साथ पूरी भूमि और भवन, मशीनरी और उपकरण शामिल हैं। साथ ही, साणंद में FIPL के वाहन निर्माण कार्यों में शामिल सभी पात्र कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए कर को छोड़कर कुल 725.7 करोड़ रुपये का विचार निर्धारित किया गया है।
फोर्ड इंडिया का साणंद प्लांट 350 एकड़ में फैला है। जबकि इंजन निर्माण संयंत्र करीब 110 एकड़ में फैला हुआ है। इस साल मई में टाटा मोटर्स को फोर्ड के पैसेंजर कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के अधिग्रहण की मंजूरी मिली थी। जिसके बाद इस प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी भी मिल गई। गौरतलब है कि फोर्ड इंडिया कंपनी ने पिछले साल भारत से अपने कारोबार को मजबूत करने की घोषणा की थी।
इस सौदे में क्या शामिल है?
Catch Mr. Namdev Sangde of Sant Vaman Bhav Travels from Navi Mumbai talking about the superior performance of Tata Winger 9S at Prawaas.#Prawaas #TataMotors #ConnectingAspirations pic.twitter.com/lJ1cDlTSTt
— Tata Motors (@TataMotors) August 8, 2022
इस सौदे के तहत टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी फोर्ड इंडिया की संपत्ति का अधिग्रहण करेगी। इसमें वाहन निर्माण संयंत्र के साथ-साथ भूमि और भवन, मशीनरी और उपकरण शामिल हैं। टाटा मोटर्स ने अपने बयान में यह भी कहा कि इस एसेट ट्रांसफर डील में फोर्ड इंडिया के साणंद प्लांट में काम करने वाले योग्य कर्मचारियों का ट्रांसफर भी शामिल है। एफआईपीएल पारस्परिक रूप से सहमत शर्तों पर टीपीईएमएल से पावरट्रेन निर्माण संयंत्र की भूमि और भवनों को पट्टे पर देकर अपनी पावरट्रेन निर्माण सुविधा का संचालन जारी रखेगा।
गुजरात सरकार, टीपीईएमएल और एफआईपीएल ने पहले ही 30 मई 2022 को इस सौदे से संबंधित सभी आवश्यक अनुमोदनों में सहयोग करने के लिए एक त्रिपक्षीय समझौता किया है। टाटा मोटर्स ने कहा कि यह डील सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद है। साणंद प्लांट की उत्पादन क्षमता 3 लाख यूनिट सालाना है। जिसे सालाना 4.2 लाख यूनिट तक बढ़ाया जा सकता है। कंपनी ने कहा कि टाटा मोटर्स मौजूदा और भविष्य के वाहन प्लेटफार्मों को अपनाने के उद्देश्य से संयंत्र संशोधनों में भी निवेश करेगी।